गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिले के चमोली कस्बे में करंट हादसे में पीड़ित परिवारों ने पीड़ित परिवारों को न्याय दिए जाने की मांग को लेकर सोमवार से जिलाधिकारी चमोली के कार्यालय परिसर में क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। पीड़ित परिवारों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती तब कर क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है।
गौरतलब है कि बीते वर्ष 2023 की 19 जुलाई को नमामि गंगे परियोजना के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में करंट दौड़ने से 16 लोगों की मौत तथा छह लोग घायल हो गये थे। मृतकों में अधिकांश अनुसूचित जाति परिवार के लोग शामिल थे। जो अपने परिवार के भरण पोषण का कार्य करते थे। पूर्व जिला पंचायत सदस्य उषा रावत, पीड़ित परिवार के अर्जुन कुमार, अनिल प्रकाश, पवित्रा देवी का कहना है कि जबसे इस घटना में उनके परिवार का कमाने वाला सदस्य चला गया है तब से उनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है। घटना के समय शासन-प्रशासन और सरकार ने उन्हें आश्वासन दिया था कि परिवार के लोगों का पूरा ध्यान रखा जाएगा लेकिन आज तक सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। यहां तक की मृतक के परिजनों में कुछ बच्चे अच्छे खासे पढ़े लिखे है जिन्हें रोजगार दिया जा सकता था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यहां तक की एक परिवार का युवा नमामि गंगे में ही कार्यरत था उसका अभी तक जीपीएफ तक नहीं मिल पा रहा है। कई बार प्रशासन के सामने गुहार लगा दी गई है हर बार कोई न कोई पेंच फंसा कर उन्हें वापस कर दिया जाता है। ऐसे में परिजन आर्थिक रूप से तो परेशान है ही मानसिंक रूप से भी उन्हें प्रताड़ित होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी मांग है कि पीड़ित परिवारों के एक सदस्य को रोजगार दिया जाय तथा उनके परिवारों को आर्थिक सुरक्षा दी जाए। क्रमिक अनशन पर बैठने वालों में अनिल प्रकाश अर्जुन कुमार, सुनील कुमार, जयदीप कुमार, महेंद्र कुमार, धीरज कुमार, नीता देवी, पवित्रा देवी, ममता देवी आदि शामिल थे।