जोशीमठ (चमोली)। पंचायती वनो के पारिस्थितिकी आवश्यकताओं की पूर्ति के मद्देनजर उपज एवं उपयोग की रणनीति को लेकर सोमवार को चमोली जिले के जोशीमठ विकास खंड के वन पंचायत बड़ागांव में सूक्ष्म नियोजन परियोजना निर्माण को लेकर एक आम सभा आयोजित की गई। इसमें उत्तराखंड वन विभाग की ओर से पांच वन पंचायतो में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में वन पंचायतों के सशक्तिकरण के लिए पांच वर्षों की कार्य योजना बनाई जा रही है।
इस आम सभा की पहली बैठक में ग्रामीणों को जानकारी दी गई कि सरकार की ओर से वन पंचायतों के सशक्तिकरण के लिए यह कार्य योजना तैयार की जा रही है। जिसमें पंचायतों के क्षमता विकास के साथ-साथ पारिस्थितिकी आवश्यकताओं की पूर्ति, भूस्खलन क्षेत्रों में चेक डैम निर्माण, जंगली सूअर से मुक्ति के लिए सूअर रोधी दीवार बनाने के अलावा जल स्रोतों के पुनर्जीवित करने के कार्य के लिए प्रस्ताव रखेे जा सकते है। आम बैठकों के माध्यम से इस योजना को ग्रामीणों के सहयोग से मूर्त रूप दिया जाना है। जनदेश संस्था के सचिव लक्ष्मण सिंह नेगी ने बताया कि नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क जोशीमठ, वन पंचायत बड़ागांव के इस कार्य में रिर्सोस एजेंसी के रूप में जय नंदा देवी स्वरोजगार संस्थान (जनदेश) स्वैच्छिक संगठन इस प्लान को तैयार करने में गांव के सभी समूह से समन्वय स्थापित करेगा। बैठक में संदर्भ व्यक्ति लक्ष्मण सिंह नेगी, रघुवीर सिंह चैहान, कलावती नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के वन बीट अधिकारी केदार पुरोहित, ग्राम प्रधान बड़ागांव विमला देवी भंडारी, क्षेत्र पंचायत सदस्य बड़ागांव लक्ष्मी रावत, सरपंच सुनील रावत, कुशल कम्दी आदि ने प्रतिभाग किया।