गोपेश्वर (चमोली)। राष्ट्रीय पुलिस स्मृति दिवस पर सोमवार को राष्ट्रसेवा में अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए प्राणों की आहुति देने वाले पुलिस के वीर सपूतों को चमोली पुलिस की भावपूर्ण पुष्पांजलि देते हुए उन्हें याद किया।

चमोली पुलिस की ओर से पुलिस लाईन गोपेश्वर के साथ ही जिले के सभी थाना, चौकियों में शहीद पुलिस कर्मियों की स्मृति में श्रद्धांजलि अर्पित की गई। पुलिस अधीक्षक चमोली सर्वेश पंवार ने समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ पुलिस लाईन गोपेश्वर स्थिति शहीद स्थल पर पुष्प चक्र अर्पित कर, दो मिनट का मौन रखकर उन वीरों को श्रद्धांजलि दी गई, जिन्होंने नागरिकों की सुरक्षा एवं राष्ट्र सेवा में अपने प्राणों की आहुति दी।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यह दिन हमें उन वीर जवानों की याद दिलाता है, जिन्होंने अपने जीवन को समाज की सुरक्षा के लिए बलिदान कर दिया। उनका बलिदान हमें प्रेरित करता है कि हम अपनी जिम्मेदारियों को और अधिक उत्कृष्टता के साथ निभाएं। उन्होने सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करने का संकल्प दिलाया। उन्होने कहा कि राष्ट्रीय पुलिस स्मृति दिवस उन मूल्यों को सम्मानित करने का अवसर है, जिनके लिए हमारे जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी है, यह दिन हमें सिखाता है कि राष्ट्र की सुरक्षा एवं शांति के लिए उनके बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाना चाहिए। इस अवसर पर प्रतिसार निरीक्षक चमोली आनन्द सिंह रावत, निरीक्षक अभिसूचना ईकाई चमोली सचिन चौहान, सहायक अभियोजन अधिकारी मनमोहन सिंह, थानाध्यक्ष गोपेश्वर कुलदीप रावत आदि मौजूद थे।

 

 

क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय पुलिस स्मृति दिवस

वर्ष 1959 में लद्दाख के हॉट-स्प्रिंग के करीब केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की पेट्रोलिंग पार्टी पर चीनी सैनिकों की ओर से घातक हमला किया गया था। इस हमले में 10 जवान शहीद हुए थे। उस घटना के बाद हर वर्ष 21 अक्टूबर को यह दिन अपने कर्तव्य पथ पर प्राणों की आहुति देने वाले पुलिस कर्मियों को याद करने का अवसर बना।

हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
                   
                                                         

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!