देवाल (चमोली)। ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने शनिवार को देवाल विकास खंड के वाण स्थित नंदादेवी के धर्म भाई लाटू मंदिर, लोहाजंग काली मंदिर और सवाड गांव की भराडेश्वरी मंदिर में पूजा अर्चना कर देश की सुख समृद्धि की कामना की है। शंकराचार्य का क्षेत्र में पहली बार पहुंचे पर विभिन्न स्थानों पर पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया गया।
लाटू धाम पहुंचने पर वाण गांव की महिलाओं ने पारम्परिक भेष-भूषा में मां नंदा की चांचडी लगाकर शंकराचार्य का स्वागत किया। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने प्रवचन करते हुए कहा कि हर सनातनी को घर में गाय का पालन कर गौ सेवा करनी चाहिए। गाय में तैंतीस कोटी के देवी-देवताओं का वास होता है। सरकार को चाहिए गाय को राष्ट्रीय दर्जा दिया जाय। उन्होंने कहा कि न्याय और धर्म पर चल कर विश्व का कल्याण होगा। उन्होंने इस अवसर पर वाण लाटू धाम का सौन्दर्यकरण, धर्मशाला बनाने और लाटू देवता का पूरे देश में प्रचार प्रसार करने की घोषणा की है। उसके बाद चमोली मंगलम यात्रा ने रात्रि विश्राम के लिए नारायणबगड़ के लिए प्रस्थान किया। इस मौके पर पूर्व धर्माधिकारी जगदम्बा सती, धर्माधिकारी कुलानंद बहुगुणा, पूर्व प्रमुख डीडी कुनियाल, लाटू मंदिर के अध्यक्ष कृष्णा बिष्ट, उपाध्यक्ष हीरा सिंह पहाड़ी, पुजारी खीम सिंह, देवेन्द्र सिंह, हुक्म सिंह, आलम बिष्ट, महिपाल मेहरा, नंदी देवी, जिपंस कृष्णा, खिलाप सिंह आदि मौजूद थे।