बदरीनाथ (चमोली)। बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत प्रस्तावित निर्माण कार्यो को लेकर जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने रविवार को बदरीनाथ धाम का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बदरीनाथ जीएमवीएन में अधिकारियों की बैठक लेते हुए प्रस्तावित निर्माण कार्यो को समयबद्धता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए। आईएनआई डिजाइन के कन्सल्टेंट धर्मेश गंगानी ने मास्टर प्लान के तहत प्रस्तावित कार्यो के बारे में जानकारी दी।
बदरीनाथ धाम में पहले चरण के तहत शेष नेत्र व बद्रीश झील का सौन्दर्यीकरण, रिवर फ्रंट डेवलपमेंट, वनवे लूप रोड निर्माण, अस्पताल का विस्तारीकरण तथा बहुउद्देश्यीय/आगन्तुक भवन आदि निर्माण कार्य प्रस्तावित है। जबकि दूसरे चरण में बदरीनाथ मुख्य मंदिर के आसपास साइड डेवलपमेंट तथा तीसरे चरण मे झील से मंदिर तक आस्था पथ एवं अन्य कार्य किए जाने है।
जिलाधिकारी ने सभी संबधित विभागों को आपसी समन्वय बनाते हुए समयबद्ध ढंग से प्रस्तावित कार्यो को शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो भी सरकारी भवन प्रभावित हो रहे है उनका तत्काल विस्थापन की कार्रवाई पूरी करें और पहले चरण के तहत जिन कार्यो में कोई समस्या नही है उनको शीघ्र शुरू करें। उन्होंने लोनिवि को निर्देश दिए कि लिंक रोड का कार्य सबसे पहले पूरा करें। ताकि पहले चरण के अन्य कार्यो को करने मे आसानी रहे। इस दौरान जिलाधिकारी ने मास्टर प्लान के तहत प्रस्तावित कार्यो एवं उनमें आ रही समस्याओं के संबंध में विभागीय अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की और शीघ्र उनका समाधान करने के निर्देश दिए। इसके बाद जिलाधिकारी ने शेषनेत्र व बद्रीश झील, तप्तकुण्ड, ब्राह्म कपाल, नारद कुंड, सुग्रीव शिला, बद्रीनाथ मे अलनंदा नदी तटों, साकेत तिरहा, अस्पताल, बस स्टेशन, देवदर्शनी एवं आसपास विभिन्न स्थानों का स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी हेमंत वर्मा, आईएनआई के कन्सल्टेंट धर्मेंश गंगानी, ईई लोनिवि रवीन्द्र कुमार, ईई सिंचाई बीएस यादव, बीआरओ के इंजीनियर अंजना सिंह व संजय डोभाल, जिला पर्यटन विकास अधिकारी वृजेन्द्र पांडे, तहसीलदार प्रदीप नेगी, ईओ नगर पंचायत सुनील पुरोहित आदि मौजूद थे।