देवाल (चमोली)। मां राजराजेश्वरी नंदादेवी के धर्म भाई लाटू देवता के कपाट सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा को दोपहर वैदिक मंत्रोच्चार  विधि-विधान लोकमान्यताओं के साथ शीतकालीन के लिए बंद किए गए हैं। इस मौके पर सैकड़ों लाटू के भक्तों ने पूजा अर्चना कर पुण्य लाभ अर्जित किया।

पैराणिक रीति रिवाज और परम्परा के अनुसार सोमवार को अपराह्न एक बजे  मंदिर के पंडित हरिदत्त कुनियाल, उमेश कुनियाल और रमेशचंद्र ने वेदपाठी मन्त्रोंच्चारण के साथ यज्ञ-हवन शुरू किया। मंदिर के पुजारी खीम सिंह ने आंख पर पट्टी बांध कर मंदिर गर्भगृह में प्रवेश कर लाटू देवता की पूजा अर्चना कर कपाट बंद किए। लाटू के भक्तों ने गगनभेदी जयकारे लगाए। भक्तों ने लाटू के दर्शन और पूजा कर आशीर्वाद लिया।  अब छः माह बाद वैशाख पूर्णिमा को कपाट खुलेंगे। यज्ञ हवन में यजमान मंदिर समिति के अध्यक्ष कृष्ण बिष्ट, क्षेपस रामेश्वरी, ग्राम प्रधान पुष्पा देवी, जिपंस कृष्ण सिंह बिष्ट, उपाध्यक्ष हीरा पहाड़ी, कोषाध्यक्ष हीरा बुग्याली, सचिव खिलाप सिंह, पुजारी प्रताप सिंह, राजेन्द्र दानू, गबर सिंह सहित तमाम लोगों ने आहुति दी। इस अवसर पर गांव में एक दिवसीय मेला भी लगा।

                   
                                                         

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