गोपेश्वर (चमोली)। चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में बदरीनाथ विधान सभा उप चुनाव में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी लखपत बुटोला के समर्थन में प्रेस वार्ता करते हुए इंडिया गंठबधन सहयोगी भाकपा माले के प्रदेश सचिव इंद्रेश मैखुरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस विधानसभा के उपचुनाव का बोझ तो भाजपा ने ही प्रदेश की जनता पर लादा है। इस उपचुनाव की कोई आवश्यकता नहीं थी, लेकिन भाजपा की तोड़-फोड़, खरीद-फरोख्त की राजनीति का ही परिणाम है कि बदरीनाथ विधानसभा क्षेत्र की जनता और समूचे प्रदेश पर एक उपचुनाव थोप दिया गया है। भाजपा की तोड़-फोड़, खरीद-फरोख्त की राजनीति के चलते प्रदेश पर इस अतिरिक्त उपचुनाव का बोझ पड़ा था। कल तक भाजपा जिस व्यक्ति को भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल भेजने का दम भरती थी,आज उसी व्यक्ति को वे विधानसभा भेजने के लिए वे ज़ोर लगाए हुए हैं।
भाकपा माले के प्रदेश सचिव ने कहा कि जिन्हें भाजपा ने बदरीनाथ में अपना प्रत्याशी बनाया है, वे खुलेआम कह रहे हैं कि काम नहीं हो पा रहे थे, इसलिए उन्होंने दल बदल किया है। उन्हें टिकट दे कर भाजपा ने उनकी बात को मौन स्वीकृति दी है कि वह विपक्षी विधायकों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार करती है। उन्होंने कहा कि जोशीमठ की आपदा के साल भर के बाद भी वहां के विस्थापन, पुनर्वास, स्थिरीकरण के लिए कोई ठोस नीति और कार्ययोजना उत्तराखंड की भाजपा सरकार नहीं बना सकी है। जोशीमठ में लोग अभी भी असुरक्षा के साये में जीने को विवश हैं। जोशीमठवासियों की सुरक्षा का ठोस इंतजाम करने के बजाय भाजपा, विधायक के रूप में वही पुराना व्यक्ति अपने रैपर में लपेट कर उनको देना चाहती है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पूरे बदरीनाथ विधनसभा क्षेत्र की ही पिछले दो साल में उपेक्षा हुई है। आपदा से प्रभावित तमाम गांव को कोई राहत नहीं मिली। गोपेश्वर मुख्यालय में दरार धंसाव के पीड़ित लोगों भी सरकार से राहत की उम्मीद लगाए हैं। खेती किसानी पर जंगली जानवरों के हमले से लेकर, शिक्षा, स्वास्थ्य की बदहाली से पूरे विधानसभा क्षेत्र की जनता पीड़ित है। इसका जवाब सत्ता पक्ष की ओर से दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विधानसभा की जनता को चाहिए कि वे दल-बदल, खरीद-फरोख्त और तोड़-फोड़ की राजनीति को मुंह तोड़ जवाब दें और सत्ता मद में चूर भाजपा को सबक सिखाये। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हरिद्वार जिले के मंगलौर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने ऐसे व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया है, जिसका मंगलौर और उत्तराखंड से कोई लेना-देना नहीं है. संविधान, लोकतंत्र की पक्षधर ताकतों के में मंगलौर की जनता को खड़ा होना चाहिए। प्रत्यक्ष रूप से भाजपा और परोक्ष रूप से भाजपा के साथ खड़े होने वालों को शिकस्त देनी चाहिए। इस मौके पर गढ़वाल सचिव अतुल सती भी मौजूद थे।