गोपेश्वर (चमोली)। शीतकाल में बर्फवारी एवं प्राकृतिक आपदा से क्षति को कम करने के लिए पूर्व तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना ने विभागों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए है। उन्होंने निर्देशित किया है कि शीतकाल में सड़क, विद्युत, पेयजल, खाद्यान्न आपूर्ति एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं को सुचारू बनाए रखने के लिए सभी तैयारियां पूर्व से ही की जाए और शीतकाल में विशेष सर्तकता रखते हुए अवरूद्व व्यवस्थाओं को तत्काल बहाल किया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि शीतकाल में जनपद के पर्यटक स्थलों में बडी संख्या में पर्यटकों का आवागमन होता है। शीतकाल में बर्फवारी एवं अन्य प्राकृतिक आपदाओं से सड़क एवं संपर्क मार्ग अवरूद्व होने तथा मूलभूत सुविधाएं बाधित होने की पूरी संभावनाएं रहती है। जिससे आम नागरिकों को भी असुविधा होती है। उन्होंने सड़क निर्माणदायी संस्थाओं को निर्देशित कि पर्याप्त संख्या में जेसीबी, डोजर एवं अन्य संसाधन को प्रमुख स्थानों पर तैनात रखने और आपसी समन्वय के साथ अविलंब मार्ग को सुचारू किया जाए। ताकि पर्यटकों एवं नागरिकों को कठिनाई न हो। नगर निकायों में प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाने के साथ असहाय लोगों कि लिए कंबल वितरण और रेन बसेरों में आश्रय की व्यवस्था की जाए।
पुलिस विभाग को संवेदनशील स्थानों पर राहत एवं बचाव दल तैनात करने और स्वास्थ्य विभाग को चिकित्सा सेवाएं और संशाधनों के साथ तत्परता से कार्य करने के निर्देश दिए है। शीतकाल में पशुओं को बीमारी से बचाने के लिए जरूरी दवाइयां स्टोर करने को कहा। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया है कि बर्फवारी से पूर्व दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्यान्न सामग्री का आवश्यक भण्डारण सुनिश्चित किया जाए।
विद्युत विभाग को लाइन के आसपास पेड़ों की लोपिंग करने और पर्याप्त संख्या में ट्रांसफार्मर, खम्बे, तार इत्यादि एवं उरेडा को सोलर लाइटों का भण्डारण करने को कहा है। दूरसंचार लाइन क्षतिग्रस्त होने की दशा में तत्परता से कार्य करते हुए अविलंब सेवाएं बहाल करने के निर्देश दिए है। जल संस्थान एवं जल निगम को पाइपों का भण्डार रखते हुए शीतकाल में पेयजल व्यवस्था को सुचारू रखने के निर्देश दिए है।
जिला पचांयत को बर्फवारी के कारण पैदल मार्ग अवरूद्ध होने की स्थिति में वैकल्पिक मार्गो का चिन्हित करने के निर्देश दिए है। पर्यटन विभाग को होटलों, रेस्टोरेंट एवं ढावों में रेट लिस्ट और आपातकालीन परिचालन केन्द्र के दूरभाष नंबर चस्पा करने के निर्देश दिए है।
जिलाधिकारी ने तहसीलों को भी निर्देश जारी करते हुए आवश्यक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था के साथ असहाय लोगों के लिए रैन बसेरा आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है। जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र गोपेश्वर चमोली 24 घण्टे संचालित होगा।