गोपेश्वर (चमोली)। वन्यजीव सप्ताह के तहत सीपी भट्ट पर्यावरण एवं विकास केंद्र के तत्वाधान में नंदा नगर विकास खण्ड के दूरस्थ गांव के राजकीय इंटर कालेज मोख में शुक्रवार को वन्य जीवों की प्राकृतिक संतुलन में भूमिका विषय पर गोष्ठी के साथ ही चित्रकला एवं निबंध प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य वक्ता समाजिक कार्यकर्ता मंगला प्रसाद कोठियाल ने कहा कि हमारी प्रकृति के संतुलन को बनाये रखने में प्रत्येक जीवधारी का अहम योगदान है। इसीलिए हमारे धार्मिक ग्रंथो में भी वन्य जीवों के महत्व को बड़ी गहराई से स्वीकार कर हमें जीवों पर दया करो का संदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि, हमारे सभी देवी- देवताओं के वाहन वन्यजीव ही हैं। जो हमें प्रकृति में उनके महत्व को बतलाता है। सीपी भट्ट पर्यावरण एवं विकास केंद्र के विनय सेमवाल ने कहा कि प्राकृतिक संतुलन को बनाये रखने में वन्यजीवों की महत्वपूर्ण भूमिका है। अकेले मानव इस प्रकृति के संतुलन को बनाये नहीं रख सकता है। प्रकृति के संतुलन को बनाये रखने के लिए हमें पृथ्वी पर पाये जाने वाले समस्त जीवों के अस्तित्व का समान कर उनके साथ सहस्तित्व की भावना के साथ रहना होगा। अपने संबोधन में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य हरीश फरस्वाण ने कहा कि हमारी ओर से खाद्य श्रृंखला में अनावश्यक हस्तक्षेप तथा वन्य जीवों के प्राकृतिक आवासों में अतिक्रमण करने का ही परिणाम है कि हमें आज इस प्रकार की गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
कार्यक्रम के दौरान चित्रकला प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में अंजलि नें प्रथम, नैना रावत ने द्वितीय और आरती ने तृतीय तथा जूनियर वर्ग में सिमरन ने पहला, मयंक ने दूसरा तथा अर्पिता ने तीसरा स्थान प्राप्त किया जबकि निबंध प्रतियोगिता में अमित प्रसाद प्रथम, नमन सिंह द्वितीय तथा संध्या तृतीय स्थान पर रही। कार्यक्रम में सीपी भट्ट पर्यावरण एवं विकास केंद्र के प्रबंध न्यासी ओम प्रकाश भट्ट, प्रकाश जोशी, अनिल कुमार, दीवान सिंह कठैत, रोहित नेगी, पूजा नेगी, दर्शन सिंह रावत, दीपक कोहली, गजपाल टम्टा आदि मौजूद थे।