-एक तरफ चल रही विकसित भारत संकल्प यात्रा, दूसरी तरफ ग्रामीण कर रहे सड़क की मांग

-ग्रामीणों ने 15 दिन का दिया समय, नहीं तो करेंगे आंदोलन

गोपेश्वर (चमोली)। एक ओर जहां सरकार की ओर से विकसित भारत संकल्प यात्रा चलाकर अपने कामों की वाहवाही करवायी जा रही है वहीं दूसरी ओर पहाड़ी क्षेत्र के वाशिंदें आजादी के 75वर्ष गुजर जाने के बाद भी सड़क की मांग के लिए दर-दर भटक रहे है। शुक्रवार को उर्गम घाटी के ग्रामीणों ने सैंजी लगा मैकोट-बैमरू मोटर मार्ग के निर्माण कार्य को शुरू किये जाने की मांग को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से एक ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा है।

उर्गम घाटी के सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम सिंह सनवाल, बहादूर सिंह रावत, जनदेश संस्था के सचिव लक्ष्मण सिंह नेगी, प्रताप सिंह राणा का कहना है कि सैंजी लगा मैकोट-बैमरू मोटर मार्ग वर्ष 2007 में स्वीकृत हुआ था। इससे दशोली विकास खंड के दर्जनों गांवों के ग्रामीणों को लाभान्वित होना था लेकिन पीएमजीएसवाई पोखरी की अनदेखी के चलते आज तक यह मोटर मार्ग नहीं बन पाया है। ग्रामीण समय-समय पर मोटर मार्ग निर्माण कार्य पूरा करने के लिए आंदोलन और पत्राचार करते रहे। इसके बाद वर्ष 2019 में मोटर मार्ग का पुनरीक्षित प्लान बनाया गया और सड़क की दूरी साढे तीन किलोमीटर घटा दी गई। जबकि मोटर मार्ग की कुल दूरी 32 किलोमीटर से अधिक थी। इसके बावजूद सड़क का निर्माण कार्य पूरा नहीं किया गया। उनका यह भी  कहना है कि जिलाधिकारी चमोली ने भी इस मोटर मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया था लेकिन उसके बाद भी मोटर मार्ग का निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ। ग्रामीणों को 30 किलोमीटर पैदल चल कर जिला मुख्यालय गोपेश्वर तक आवाजाही करनी पड़ती है।

ग्रामीणों का कहना है कि अब उन्हें जिला प्रशासन पर भी भरोसा नहीं रहा है। इसलिए उन्होंने अपना ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा है यदि इसके बाद भी उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो ग्रामीणों को आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा। इस मौके पर महादेव भट्ट, लक्ष्मण सिंह नेगी, प्रेम सिंह सनवाल, प्रताप सिंह राणा, आनंद सिंह, बहादूर सिंह आदि मौजूद थे।

हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें
                   
                                                         

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!