अनसूया माता मंदिर के पैदल ट्रैक पर चलाया सफाई अभियान
दीनदयाल मातृ-पितृ तीर्थाटन योजना के तहत 30 बुजुर्ग तीर्थयात्रियों का जत्था बदरीनाथ हुआ रवाना
गोपेश्वर/कर्णप्रयाग (चमोली)। विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर चमोली जिले के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के साथ ही पर्यटन विभाग की ओर से कार्यक्रम आयोजित किये गये। जिसमें स्कूली छात्रों ने प्रतिभाग किया।
विश्व पर्यटन दिवस पर जिला पर्यटन विभाग चमोली के तत्वाधान में बुधवार को गोपेश्वर से मंडल होते हुए अनसूया माता मंदिर तक पांच किलोमीटर पैदल ट्रैक पर ट्रैकिंग के साथ विशेष सफाई अभियान चलाया गया। इस ट्रैकिंग दल में 25 ट्रैकर्स शामिल हुए। इसके साथ ही राज्य सरकार की ओर से पर्यटन विभाग के माध्यम से संचालित ‘‘दीनदयाल मातृ-पितृ तीर्थाटन योजना’’ के तहत जनपद चमोली से 30 बुजुर्ग तीर्थयात्रियों का जत्था श्री बदरीनाथ दर्शन के लिए रवाना किया गया। विश्व पर्यटन दिवस पर शिक्षण संस्थाओं में भी बाद विवाद, निबंध, चित्रकला एवं स्लोगन प्रतियोगिताएं आयोजित की गई।
जिला पर्यटन विकास अधिकारी एसएस राणा ने कहा कि चमोली जनपद का प्राकृतिक सौन्दर्य सदियों से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है। यहां पर साहसिक ट्रैकिंग, माउंटेन बाइकिंग, रिवर राफ्टिग, पैराग्लाइडिंग आदि साहसिक गतिविधियों की भरपूर संभावनाएं है। यहां के मठ मंदिर देश और दुनिया के करोड़ों लोगों के आस्था के केंद्र है। धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों पर होम स्टे एवं पर्यटन सुविधाओं को और अधिक विकसित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि दुनियां भर में सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत को संरक्षित करने और पर्यटन को बढावा देने के लिए इस वर्ष विश्व पर्यटन दिवस पर्यटन और हरित निवेश की थीम के साथ मनाया गया। उत्तराखण्ड राज्य का सीमान्त जनपद चमोली प्राकृतिक और नैसर्गिक सुन्दरता के साथ-साथ पर्यटन के क्षेत्र में अपना एक अलग ही स्थान रखता है। अष्टम बैकुण्ड के रूप में प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के पास स्थित ग्राम माणा, तिब्बती सभ्यता को समेटे हुए सीमान्त गांव नीती, प्रसिद्ध रूपकुण्ड ट्रैक के बेस कैम्प के रूप में वाण जैसे अनगिनत गांव वर्षो से पर्यटको को अपनी ओर आकर्षित करते रहे है। यहां पर संचालित होम स्टे पर्यटको को न केवल आवासित करते है, वरन ग्रामीण जीवन शैली, पहनावा, वेश-भूषा पहाड़ी व्यंजनों से भी पर्यटकांे को रूबरू करा रहे है। उन्होंने बताया कि पर्यटन दिवस पर अनसूया माता मंदिर के ट्रेक पर ट्रेकिंग कर स्वच्छता अभियान भी चलाया गया।
इधर महाविद्यालय कर्णप्रयाग में भी पर्यटन दिवस के अवसर यूथ पर्यटन क्लब की ओर से निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। क्षेत्रीय स्तर पर उभरते पर्यटक स्थल पर निबंध लिखकर छात्र-छात्राओं ने अपने स्थानीय पर्यटन स्थलों को उजागर करने का प्रयास किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. केएल तलवाड़ ने कहा कि उत्तराखंड पर्यटन की दृष्टि से एक समृद्ध प्रदेश है, आवश्यकता है कि इन पर्यटन स्थलों को सोशल मीडिया के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाना। प्रतियोगिता में बीएससी प्रथम सेमेस्टर के रितिक सिंह ने प्रथम स्थान, बीए द्वितीय सेमेस्टर की अमीषा रावत ने द्वितीय स्थान तथा बीए द्वितीय सेमेस्टर की प्रज्ञा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। अक्षत डिमरी को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। इस अवसर पर युवा पर्यटन क्लब के संयोजक डा. मदन शर्मा, डा. मृगांक मलासी, डा. कीर्तिराम डंगवाल तथा डा. पंकज यादव आदि उपस्थित रहे।